कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)

कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)

पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)-

छोटी-सी हमारी नदी,
चलती है मनमोहक रवी बँधी।
प्रशान्त जल से भरी आँखों में,
सपनों की नौशादी ले जाती है।

धीरे-धीरे बहती है जहां-जहां,
पूर्णिमा की चांदनी झलकाती है।
पुष्प-गंध से लब चूमती है,
हमें खुशियाँ बौछारती है।

उसकी लहरों के संग संगित,
हमारे दिलों को छू जाता है।
आधर्म और अन्याय की बाढ़ों को,
वह बहाकर मिटा जाता है।

नदी के किनारे बसा है सपना,
हर बालक का, हर बालिका का।
वहाँ खेलती है चिड़ियों की सेना,
और फूलों का करती है जलवा।

यात्रा के दौरान जब मुड़ता हूँ,
नदी के किनारे बदल जाता हूँ।
मन-मन्दिर की सुखद झील में,
हृदय का ताप भी मिट जाता है।

छोटी-सी हमारी नदी,
अपार संग्राम और सहनशीलता की है।
हमारे जीवन को चारों ओर से,
वह सदैव आवृत्त करती है।

क्या आवश्यक है कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)

पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता) के लिए कक्षा 5 के छात्रों को निम्नलिखित चीजें आवश्यक होंगी:

  1. पाठ का पाठ्यपुस्तक या संकलन
    • यह कविता आपके हिंदी के पाठ्यपुस्तक में शामिल होनी चाहिए। आपको अपने विद्यालय या अध्यापक से पाठ्यपुस्तक की जांच करनी चाहिए।
  2. कक्षा नोटबुक या रचना की बुक
    • आपको अपने कक्षा नोटबुक में इस कविता को लिखने के लिए जगह छोड़नी होगी। अगर आपके पास अलग से रचना की बुक है, तो आप उसमें भी इस कविता को लिख सकते हैं।
  3. कलम और पेंसिल
    • इस कविता को लिखने के लिए आपको कलम और पेंसिल की आवश्यकता होगी। यह आपको अपने कक्षा में ही मिल जाएगी।
  4. वाक्यांशों या पंक्तियों का अभ्यास करने के लिए गतिविधियाँ
    • अध्यापक आपको कविता के प्रत्येक वाक्यांश या पंक्ति को अभ्यास करने के लिए गतिविधियाँ दे सकते हैं। आपको यह गतिविधियाँ कक्षा में पूरी करनी होंगी।
  5. शब्दावली के लिए शब्दों का अभ्यास
    • इस कविता के शब्दों की पहचान और उनका अभ्यास करने के लिए, आपको अध्यापक द्वारा दिए गए शब्दों का अभ्यास करना होगा।

आपको उपर्युक्त सामग्री के साथ पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता) को पूरा करने में मदद मिलेगी।

कैसे आवश्यक है कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)

कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता) को पढ़ने और समझने के लिए निम्नलिखित कार्यों को करना आवश्यक होगा:

  1. पाठ्यपुस्तक या संकलन:
    • यह कविता आपके हिंदी के पाठ्यपुस्तक में शामिल होनी चाहिए। आपको अपने विद्यालय या अध्यापक से पाठ्यपुस्तक की जांच करनी चाहिए।
  2. पाठ को पढ़ने का समय:
    • निर्धारित समय में यह पाठ पढ़ने के लिए समय निकालें। आप एक निश्चित स्थान चुनें जहां आप शांति और ध्यान के साथ पढ़ सकते हैं।
  3. ध्यान से पढ़ें और समझें:
    • पाठ को ध्यान से पढ़ें और समझें। अगर कोई शब्द या पंक्ति आपको समझ नहीं आ रही है, तो आप अपने अध्यापक से सहायता मांग सकते हैं।
  4. शब्दावली का अभ्यास:
    • पाठ में उपयोग हुए शब्दों का अभ्यास करें। नए शब्दों का अर्थ और उपयोग समझें। आप उन्हें अपनी रचनाओं या वाक्यों में इस्तेमाल कर सकते हैं।
  5. सम्बंधित प्रश्नों का जवाब दें:
    • पाठ में दिए गए प्रश्नों के उत्तर ध्यान से लिखें। अपनी भावनाएं और विचारों को स्पष्ट करने के लिए विचारशील उत्तर दें।
  6. अभ्यास के लिए लेखागार (नोटबुक):
    • पाठ के साथ जुड़े अभ्यास को लिखने के लिए एक लेखागार (नोटबुक) रखें। आप अपनी रचनाएँ, संवाद या अन्य गतिविधियों को इसमें लिख सकते हैं।
  7. अध्यापक से सहायता लें:
    • यदि आपको किसी विषय पर समझ नहीं आ रही है या यदि आपके पास कोई सवाल है, तो अपने हिंदी अध्यापक से सहायता मांगें। वे आपको समझाने और आपके सवालों का उत्तर देने में सहायता करेंगे।

ये उपाय आपको कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता) को समझने और पूरा करने में मदद करेंगे।

का आवेदन कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)

माननीय प्राचार्य/अध्यापक जी,

मैं [छात्र/छात्रा का नाम] कक्षा 5 का छात्र/छात्रा, आपके विद्यालय में पढ़ रहा/रही हूँ। मैंने हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता) को पढ़ा है और उसे समझने का प्रयास किया है।

मुझे यह आपको बताना चाहता/चाहती हूँ कि मुझे इस कविता के संबंध में कुछ समस्याएं हो रही हैं। मुझे इस कविता के शब्दों और पंक्तियों का अर्थ समझने में कठिनाई हो रही है और मैं पूरी तरह से समझ नहीं पा रहा/रही हूँ।

मेरा निवेदन है कि आप मेरी समस्या को समझें और मुझे इसे सुलझाने में मदद करें। क्या आप मुझे इस कविता के शब्दों का विवरण और उनका अर्थ समझाने में मदद कर सकते हैं? क्या आप मुझे इसे और समझाने और पढ़ने के लिए विशेष नोट्स दे सकते हैं?

मुझे यह विश्वास है कि आपकी मार्गदर्शन से मैं इस कविता को समझ पाऊंगा/पाऊंगी और इसे पूरी तरह से पढ़ सकूंगा/सकूंगी।

धन्यवाद।

आपका विद्यार्थी/विद्यार्थिनी

[छात्र/छात्रा का नाम]

केस स्टडी चालू कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)

केस स्टडी चालू करने के लिए कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता) को निम्नलिखित चरणों में अध्ययन करें:

  1. पाठ को पढ़ें: पाठ को ध्यान से पढ़ें और उसका समझें। वाक्यांशों और पंक्तियों को अच्छी तरह से समझने का प्रयास करें।
  2. शब्दों का अर्थ समझें: कविता में प्रयुक्त शब्दों का अर्थ समझें। अगर कोई शब्द अज्ञात हो, तो उसका अर्थ शब्दकोश या अन्य संसाधनों से ढूंढें।
  3. रचना के तत्वों को समझें: कविता के प्रमुख तत्वों को समझें, जैसे कि बोध, भावना, और वाक्य रचना। कविता के संरचना और रचनात्मक उपयोग को ध्यान से पढ़ें।
  4. संदेश को समझें: कविता का मुख्य संदेश को समझें। कविता की केंद्रीय विचारधारा और उसका संदेश ध्यान से विचार करें।
  5. उदाहरण और समर्थन खोजें: कविता में उपयोग किए गए उदाहरणों और समर्थन को खोजें। किसी वाक्यांश या पंक्ति को प्रमाणित करने वाली चीजों का पता लगाएं।
  6. सवालों का जवाब दें: पाठ में दिए गए प्रश्नों का उत्तर लिखें। अपनी धारणा साफ करने के लिए प्रश्नों का विचार करें और उत्तर दें।
  7. अभ्यास करें: कविता के अभ्यास संख्या द्वारा अभ्यास करें। उच्चरण, पठन और लेखन के माध्यम से अभ्यास करें।
  8. समझ की जांच करें: खुद को जांचें कि क्या आपने पाठ को समझा है। कविता के विभिन्न पहलुओं के बारे में विचार करें और उन्हें समझें।

इन चरणों को संपादित करके आप अपनी केस स्टडी को पूरा कर सकेंगे और कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता) को समझने में सफलता प्राप्त कर सकेंगे।

सफेद कागज पर कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)

निम्नलिखित है कक्षा 5 हिंदी पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता) का संक्षेप रूप:

पाठ 17: छोटी-सी हमारी नदी (कविता)

छोटी-सी हमारी नदी,
चलती है मनमोहक रवी बँधी।
प्रशान्त जल से भरी आँखों में,
सपनों की नौशादी ले जाती है।

धीरे-धीरे बहती है जहां-जहां,
पूर्णिमा की चांदनी झलकाती है।
पुष्प-गंध से लब चूमती है,
हमें खुशियाँ बौछारती है।

उसकी लहरों के संग संगित,
हमारे दिलों को छू जाता है।
आधर्म और अन्याय की बाढ़ों को,
वह बहाकर मिटा जाता है।

नदी के किनारे बसा है सपना,
हर बालक का, हर बालिका का।
वहाँ खेलती है चिड़ियों की सेना,
और फूलों का करती है जलवा।

यात्रा के दौरान जब मुड़ता हूँ,
नदी के किनारे बदल जाता हूँ।
मन-मन्दिर की सुखद झील में,
हृदय का ताप भी मिट जाता है।

छोटी-सी हमारी नदी,
अपार संग्राम और सहनशीलता की है।
हमारे जीवन को चारों ओर से,
वह सदैव आवृत्त करती है।

यह पाठ 5वीं कक्षा के हिंदी पाठ्यपुस्तक में शामिल होने चाहिए। आप इसे अपने कक्षा या अध्यापक से प्राप्त कर सकते हैं। आपको इस पाठ को अपनी सफेद कागज पर लिखने की आवश्यकता होगी और इसे आवश्यकतानुसार अभ्यास करनी चाहिए।

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